एहसास – हरिवंशराय बच्चन
ग़म ग़लत करने के जितने भी साधन मुझे मालूम थे,और मेरी पहुँच में थे,और सबको एक-एक जमा करके मैंने आजमा लिया,और पाया कि ग़म ग़लत करने का सबसे बड़ा साधन है नारी और दूसरे दर्जे पर आती है कविता,और इन दोनों के सहारे मैंने ज़िन्दगी क़रीब-क़रीब काट दी.और अब कविता से मैंने किनाराकशी कर ली है और नारी भी छूट ही गई है–देखिए,यह … Read more