प्रियतम – सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”
एक दिन विष्णुजी के पास गए नारद जी, पूछा, “मृत्युलोक में कौन है पुण्यश्यलोक भक्त तुम्हारा प्रधान?” विष्णु जी ने कहा, “एक सज्जन किसान है प्राणों से भी प्रियतम।” “उसकी परीक्षा लूँगा”, हँसे विष्णु सुनकर यह, कहा कि, “ले सकते हो।” नारद जी चल दिए पहुँचे भक्त के यहॉं देखा, हल जोतकर आया वह दोपहर … Read more