अधूरी चीजें तमाम – प्रयाग शुक्ल

बारिश download mobile application kavya dhara Hindi बारिश के लिए रात नहीं थीवह तो बस बरस रही थीहमारे लिए रात औरबारिश थी। अधूरी चीजें तमाम अधूरी चीजें तमामदिखती हैंकिसी भी मोड़ परकरवटों में मेरीअधूरी नींद मेंहाथ जब लिखने लगता है कुछ,जब उतर आती है रात अब मैं नहीं याद करता तुम्हें बरस बीतेमिले थे हम … Read more

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