दुष्यंत कुमार
मेरे स्वप्न
Download Hindi Kavya Dhara application मेरे स्वप्न तुम्हारे पास सहारा पाने आएँगे इस बूढे पीपल की छाया में सुस्ताने आएँगे| हौले-हौले पाँव हिलाओ जल सोया है छेड़ो मत हम सब अपने-अपने दीपक यहीं सिराने आएँगे| थोडी आँच बची रहने दो थोडा धुँआ निकलने दो तुम देखोगी इसी बहाने कई मुसाफिर आएँगे उनको क्या मालूम निरूपित … Read more
हो गई है पीर पर्वत-सी
Download Hindi Kavya Dhara application हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी, शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए। हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में, हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए। सिर्फ हंगामा … Read more
आकाश के तारे न देख
Download Hindi Kavya Dhara application आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख, पर अँधेरा देख तू आकाश के तारे न देख। एक दरिया है यहाँ पर दूर तक फैला हुआ, आज अपने बाज़ुओं को देख पतवारें न देख। अब यकीनन ठोस है धरती हकीकत की तरह, यह हकीकत देख लेकिन खौफ के मारे … Read more
दुष्यंत कुमार
Download Hindi Kavya Dhara application बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैं, और नदियों के किनारे घर बने हैं । चीड़-वन में आँधियों की बात मत कर, इन दरख्तों के बहुत नाजुक तने हैं । इस तरह टूटे हुए चेहरे नहीं हैं, जिस तरह टूटे हुए ये आइने हैं । आपके कालीन देखेंगे किसी दिन, इस समय … Read more