हम पंछी उन्मुक्त गगन के

Download kavya Dhara hindi mobile application for more poetry https://play.google.com/store/apps/details?id=com.sufalamtech.poem&hl=en हम पंछी उन्मुक्त गगन केपिंजरबद्ध न गा पाऍंगेकनक-तीलियों से टकराकरपुलकित पंख टूट जाऍंगे ।हम बहता जल पीनेवालेमर जाऍंगे भूखे-प्यासेकहीं भली है कटुक निबोरीकनक-कटोरी की मैदा से ।स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन मेंअपनी गति, उड़ान सब भूलेबस सपनों में देख रहे हैंतरू की फुनगी पर के झूले ।ऐसे … Read more

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