चलो हम दीया बन जाते हैं और तुम बाती … हमें सात फेरों या कि कुबूल है से क्या लेना-देना हमें तो बनाए रखना है अपने दिया-बाती के सम्बन्ध को……… मसलन रोशनी हम थोड़ा-थोड़ा जलेंगे हम खो जाएँगे हवा में मिट जाएगी फिर रोशनी भी हमारी पर हम थोड़ी चमक देकर ही जाएँगे न ज़्यादा … Read more