मैं जिसे ओढ़ता बिछाता हूँ

Download kavya Dhara Hindi applcation form Play Store मैं जिसे ओढ़ता बिछाता हूँ वो ग़ज़ल आप को सुनाता हूँ एक जंगल है तेरी आँखों में मैं जहाँ राह भूल जाता हूँ तू किसी रेल सी गुज़रती है मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ हर तरफ़ ए’तिराज़ होता है मैं अगर रौशनी में आता हूँ एक … Read more

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