प्रेम और प्रतिज्ञा

भरत-वंशदेवधर के वृक्षअधरों परममता भरी मुस्काननयनों में आँसूस्मरण प्रेयसी कादेखता रहताअपने ओजस्वी सुपुत्र कोनाम के अनुरूप उसका चरित्रहस्तिनापुर का युवराजगंगापुत्र देवव्रत पिता शांतनु कोअति प्याराउनसे भी अतिगुणवान। [ राजा शांतनु को निषाद कन्या सत्यवती से प्रेम हो गया था, परंतु सत्यवती के पिता ने उनसे यह शर्त रखी कि सत्यवती का पुत्र ही हस्तिनापुर पर … Read more

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