बस एक वक़्त का खंजर मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर मेरी तलाश में है जो रोज़ भेस बदल कर मेरी तलाश में है मैं एक कतरा हूँ मेरा अलग वजूद तो है हुआ करे जो समंदर मेरी तलाश में है मैं देवता की तरह क़ैद अपने मंदिर में वो मेरे जिस्म के बाहर मेरी तलाश में है मैं जिसके हाथ … Read more