बस एक वक़्त का खंजर मेरी तलाश में है

बस एक वक़्त का खंजर मेरी तलाश में है जो रोज़ भेस बदल कर मेरी तलाश में है मैं एक कतरा हूँ मेरा अलग वजूद तो है हुआ करे जो समंदर मेरी तलाश में है मैं देवता की तरह क़ैद अपने मंदिर में वो मेरे जिस्म के बाहर मेरी तलाश में है मैं जिसके हाथ … Read more

मुलाक़ात पर बेहतरीन शायरी

Download kavya Dhara Hindi mobile application मिटे ये शुबह तो ए दोस्त तुझ से बात करें हमारी पहली मुलाक़ात आख़िरी तो नहीं कृष्ण बिहारी नूर क्या कहूँ उस से कि जो बात समझता ही नहीं वो तो मिलने को मुलाक़ात समझता ही नहीं फ़ातिमा हसन कैसे कह दूँ कि मुलाक़ात नहीं होती है रोज़ मिलते … Read more

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