नई नही युगों पुरानी है रीत,
किशन के संग राधा की प्रीत।
वृंदावन की गलीयो में छिङी कोई धुन सुरीली,
जैसे गोपीयो के अधरों पर कान्हा की हो मुरली।
कृष्ण मे समाहित एसे है रुक्मणी ,
जैसे शिवशक्ति की अद्विक जोङी।
कल्पना के परै मिलन बगैर विरह,
अंततः मोहन को पा ही लेती मीरा स्वतः।
स्वार्थ हृदय स्नेह से सदा पराधीन है ,
सहज स्वीकृति प्रेम की; इश्वर खुद आधीन है।
।। हर्षा हर्ष ।।
गुजरात (सूरत)
नाम :- हर्षदा शाह
जन्म तारीख :- 19 अगस्त 1979
जन्म स्थल :- इन्दौर (म. प्र.)
शिक्षा :- एम. कामॅ.
प्रकाशन :- समाचार पत्रिकाएँ
राष्ट्रीय दैनिक साप्ताहिक सनसनी
डेली पंजाब एक्सप्रेस
पंजाबी इन होलैंड
डेली सच दी पटरी