मुलाक़ात पर बेहतरीन शायरी

Download kavya Dhara Hindi mobile application मिटे ये शुबह तो ए दोस्त तुझ से बात करें हमारी पहली मुलाक़ात आख़िरी तो नहीं कृष्ण बिहारी नूर क्या कहूँ उस से कि जो बात समझता ही नहीं वो तो मिलने को मुलाक़ात समझता ही नहीं फ़ातिमा हसन कैसे कह दूँ कि मुलाक़ात नहीं होती है रोज़ मिलते … Read more

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