ये रात ये तन्हाई – मीना कुमारी

ये रात ये तन्हाई ये दिल के धड़कने की आवाज़ ये सन्नाटा ये डूबते तारॊं की खा़मॊश गज़ल खवानी ये वक्त की पलकॊं पर सॊती हुई वीरानी जज्बा़त ऎ मुहब्बत की ये आखिरी अंगड़ाई बजाती हुई हर जानिब ये मौत की शहनाई सब तुम कॊ बुलाते हैं पल भर को तुम आ जाओ बंद होती … Read more

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